तेजल ज्ञान राजस्थान। साथियों आज देश में भृष्टाचार, अपराध, संस्कार हीनता व संस्क्रति का पतन हो रहा है उसके पीछे सबसे बड़ा जो कारण है उसकी चर्चा किसी मंच पर नहीं हो रही है क्योंकि मंच पर बोलने वाला नेता हो, धर्म गुरु हो या सामाजिक कार्यकर्ता हो उस कारण से अछूते नहीं है और वो कारण है चरित्रहीनता।
चरित्र का पतन होने पर सबसे पहले व्यक्ति का जमीर मरता है और जमीर मरने के बाद वो इंसान, इंसान रही रहता है वो हैवान बन जाता है। हैवान अच्छे-बुरे का विवेक खो देता है फिर वो चाहे अपराध करो, भृष्टाचार करो, बलात्कार करो, नशा करो उसको किसी चीज में बुराई नजर ही नहीं आती है।
90% जघन्य अपराध के पीछे का कारण चरित्रहीनता है, 90% परिवारों के टूटने का कारण चरित्रहीनता है और आर्थिक रूप से मजबूत परिवार के कंगाल होने के पीछे 90% कारण चरित्रहीनता ही है।
आज देश में सब कुछ होने के बाद भी देश बर्बादी की ओर बढ़ रहा है क्योंकि हर बड़ी डील शबाब, शराब व कबाब पार्टी के बाद होती है। मतलब चरित्रहीनता की शुरुआत से होती है तो उसके सुखद परिणाम पर ही प्रश्नचिन्ह लग जाता है।
देश में यह चरित्रहीनता दिनों दिन बढ़ रही है जिसके कारण ही अपराध व भृष्टाचार बढ़ रहा है। चरित्रहीनता के बढ़ने के पीछे सबसे बड़ा कारण जनसेवक व धर्मो उपदेशक लोग हैं जो सबसे अधिक चरित्रहीन है। जब सेवक व धर्मोउपदेशक ही चरित्रहीन है तो जनता को चरित्रवान बनने का उपदेश व प्रवचन कौन दे ?
साथियों देश, धर्म व समाज को मजबूत बनाना चाहते हो, परिवार व रिश्तों को मजबूत बनाना चाहते हो, आत्मबल को मजबूत करना चाहते हो तो सबसे पहले चरित्रवान बनो, अपने चरित्र की रक्षा करो। चरित्रवान आदमी में जो साहस, ताकत होता है वो चरित्रहीन के पास नहीं होता है।
पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरणसिंह जी के मरनोउपरांत उनके खाते में तो 900 रुपये निकले थे लेकिन उनका चरित्र इतना ऊंचा था कि चरित्र की पूंजी के आगे अंबानी भी गरीब लगता है। चौधरी साहब के आदर्शों पर चलकर ही मैंने इस पूंजी को संभालकर रखा और इसी पूंजी से सुखी जीवन यापन कर रहा हूँ।