तेजल ज्ञान मंदसौर। भाइयों मेरा नाम रमेश जाट है। मैं म.प्र. के मन्दसौर जिले का रहने वाला हूं। अभी कुछ दिन पहले भोपाल में मेरा शिक्षा से सम्बंधित एक बहुत आवश्यक काम था लेकिन कोरोना और अन्य कारणों से मुझे मेरा यह काम होना असंभव सा लगने लगा था तभी मेरे मन मे आया कि क्यो न इस बारे मे विलास जी पटेल से बात की जाए फिर मैने फोन पर जाट महासभा के अध्यक्ष विलास जी पटेल को मेरी समस्या बताई तो उन्होंने तत्काल भोपाल में अधिकारियों से चर्चा कर मेरा काम अति शीघ्र करने को कहा जिस पर अधिकारियो ने तत्काल मेरा काम करके दिया चूंकि मेरी धर्मपत्नी प्रताप गढ़ राजस्थान में एक शिक्षक के रूप में कार्यरत है तो पटेल साहब ने दस्तावेज भी अति शीघ्र दूसरे राज्य राजस्थान पहुचाने में भी बहुत मदद की।
अगर पटेल साहब मेरी मदद नही करते तो मेरी पत्नी की सरकारी नोकरी में भी अड़चन पैदा हो जाती और मैं इसके लिए भोपाल दस बार भी चक्कर लगाता औऱ 50 हजार भी खर्च कर देता तो यह काम नही हो पाता परन्तु विलास जी पटेल ने मेरा यह काम फोन पर ही निशुल्क करवा दिया।इसके लिए मैं विलास जी पटेल को बहुत बहुत धन्यवाद देता हूं कि जिन्होंने मुझ जैसे अनजान व्यक्ति की निस्वार्थ मदद की और मुझे आर्थिक, मानसिक और शारीरिक नुकसान से बचाया। यह मेरा दुर्भाग्य है कि मैं आपसे अभी तक मिल नही पाया लेकिन फोन पर एक दो बार चर्चा जरूर हुई आपके बोलने की शैली से मैं बहुत प्रभावित हु और सन्तुष्ट भी हु। मुझे जब भी मौका लगेगा मैं बहुत जल्द आपसे मुलाकात करूंगा। आज मुझे बहुत खुशी है कि समाज की कमान बहुत सही हाथों में है।