
तेजल ज्ञान चण्डीगढ़।
ऑल इण्डिया जट्ट महासभा के राष्ट्रीय नेता एवं पंजाब मण्डी बोर्ड के निदेशक राजिन्दर सिंह बडहेड़ी ने प्रकाश सिंह बादल के पदम विभूषण वापिस करने पर सख़्त आलोचना करते हुए कहा कि यह बादल का केवल एक राजनीतिक नाटक है। वास्तविक्ता यह है कि बादल ने यह ऐवार्ड राजनीतिक क्षेत्र में अपनी छवि सुधारने के लिए वापिस किया है।
श्री बडहेड़ी ने कहा कि प्रकाश सिंह बादल को ख़िताब दिया ही ग़लत था। उन्होंने कोई भी वर्णनीय कार्य नहीं किया। यह ख़िताब दे कर भाजपा ने ग़लती की है। यह पुरुस्कार केवल बादल व भाजपा के पति-पत्नी वाले रिश्ते के कारण दिया गया था।
श्री बडहेड़ी ने कहा कि श्री अकाल तख़्त साहिब के पूर्व जत्थेदार गुरबचन सिंह ने भी प्रकाश सिंह बादल को ‘फ़ख़र-ए-कौम’ का ख़िताब दे कर बड़ी भूल की थी क्योंकि बादल ने पांच बार मुख्य मंत्री रहते हुए सिक्ख कौम व किसानों के कल्याण हेतु कोई कार्य नहीं किया। उन्होने केवल अपने परिवार का ही पालन-पोषण किया तथा भाजपा के साथ मिल कर पंजाब व सिक्खों को बहुत क्षति पहुंचाई। उस क्षति को परिपूर्ण करने में कई वर्ष लग जाएंगे। श्री बडहेड़ी ने सिक्ख कौम एवं किसान भाईयों को अपील करते हुए कहा कि बादल का कदापि विश्वास न किया जाए क्यों बादल परिवार अपनी राजनीतिक स्थिति में सुधार लाने हेतु केवल और केवल नाटकबाज़ी कर रहा है। बादल परिवार ने कभी पंजाब एवं किसानों की कोई परवाह की है तथा न ह अब है; वह केवल मगरमच्छ के आंसू ही बहा रहा है।