तेजल ज्ञान भीलवाड़ा (शोभाराम तोगड़ा)। राजस्थान मेवाड़ जाट महासभा भीलवाड़ा के तत्वाधान में जाट का न्याय जाट की जाजम पर बैठक 22 फरवरी 2021 को दिन में 1:00 बजे घाटी का देवनारायण मोडलियास तहसील गंगरार जिला चित्तौड़गढ़ में डालचंद डूकिया की अध्यक्षता संपन्न हुई। मुख्य अतिथि शंकरलाल कुड़ी ने बताया कि समाज में नशा मृत्यु भोज एवं खर्चीली शादियों के नकली दिखावे पर लगाम लगाकर समाज को अपने परिवार के खानपान एवं शिक्षा में खर्च करना चाहिए, तभी जाट समाज की उन्नति संभव है।

विशिष्ट अतिथि देवबक्ष ढाबरढीमा, लक्ष्मण गोटिया, भवानी राम नागा, मगनीराम गियाड, सुरेश मांड्या रामलाल दतुलिया ने भी अपने विचार रखते हुए कि समाज में नशा नाश है जो समाज को दीमक की तरह खोखला कर रहा है एवं समाज में अनेक बातें जैसे फिजूल कपड़े का लेनदेन शादी में अनावश्यक गहने एवं लड़के लड़कियों द्वारा मोबाइल का दुरुपयोग पर समाज को विचार कर ठोस कदम उठाने होंगे। इस पर सर्वसम्मति से जिया जी, फूफा जी की बैठक नहीं लगाने एवं शादी में अधिक से अधिक 4 तोला सोना ले जाने, एवं अनावश्यक कपड़े नहीं ले जाकर रोकड़ लिफाफा देने का निर्णय लिया गया।

जिसका समाज कड़ाई से पालन करेगा एवं कोई उल्लंघन करता है तो समाज का दोषी माना जाएगा। तथा साथ ही निर्णय लिया कि आए दिन चोरी डकैती लूट मारपीट जैसे मामले में कहीं भी जाट युवाओं का नाम आता है तो यह समाज के लिए शर्मसार है ऐसे अपराधियों को कानून तो सजा देगा, साथ ही समाज भी ठोस निर्णय लेगी। रामलाल दतुलिया निवासी भोली खेड़ा, आमेट को सर्वसम्मति से राजसमंद जिले का जिलाध्यक्ष चुना गया, दतुलिया ने पूर्ण निष्ठा एवं समर्पण भाव से समाज सेवा का वादा किया।

बैठक का संचालन करते हुए महामंत्री शोभाराम तोगड़ा ने बताया कि समाज में बचत के लिए जाट सामूहिक विवाह सम्मेलन को अपनाना चाहिए इससे समाज में बड़ी बचत के साथ-साथ आपसी भाईचारा भी बढ़ता है जिससे प्रेरित होकर शंकरलाल तोगडा करतियास एवं नारायण लाल कारवाल जावलिया खेड़ा 11000 रू के आजीवन सदस्य बने जो जब भी जाट समाज का सामूहिक विवाह होगा, हर बार 11000 रु की सहायता देंगे एवं अपने बच्चे बच्चियोँ की शादी भी सम्मेलन में ही करेंगे।

बैठक में अंबालाल गियाड, अर्जुन लाल बड़ाक, कमल चंद्र साडास, मोहनलाल खोजुन्दा, प्रभु लाल करतियास ने आजीवन मृत्यु भोज नहीं खाने का संकल्प लिया। जिनका सभी ने स्वागत किया। बैठक में दो पति-पत्नी के विवादित मामले समझाइश कर पुनः संबंध स्थापित किए। अंत में अध्यक्ष महोदय द्वारा धन्यवाद देते हुए बैठक का समापन किया।

