अलीपुर इलाके में तैयार किए गए स्टेडियम के रखरखाव की जिम्मेदारी किसी भी विभाग के पास नहीं है. इसका खुलासा आरटीआई एक्टिविस्ट हरपाल राणा द्वारा आरटीआई लगाने पर हुआ. इस स्टेडियम का उद्घाटन तत्कालीन मुख्यमंत्री स्व. डॉ. साहिब सिंह वर्मा ने 1997 में किया था.
तेजल ज्ञान नई दिल्ली (अर्जुन सिंह)। दिल्ली नगर निगम द्वारा अलीपुर इलाके में खेल प्रतिभा को निखारने के लिए बनाया गया मिनी स्टेडियम बदहाली की कगार पर पहुंच चुका है. इस स्टेडियम का उद्घाटन दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री स्व. डॉ. साहिब सिंह वर्मा ने 1997 में किया था. स्टेडियम को तैयार करने के बाद से इसका कोई रखरखाव न होने की वजह से यह बदहाली की कगार पर पहुंच गया. जिस पर आरटीआई एक्टिविस्ट हरपाल राणा ने बताया कि इसके मेंटेनेंस को लेकर सरकार से पत्राचार किया गया, लेकिन सभी जगह पत्राचार करने के बाद पता चला के मिनी स्टेडियम के मेंटेनेंस का काम किसी भी विभाग के पास नहीं है और न ही इस पर किसी का अधिकार है।
अलीपुर के मिनी स्टेडियम का रखरखाव किसी विभाग के पास नहीं है रखरखाव की जिम्मेदारी आरटीआई एक्टिविस्ट हरपाल राणा ने बताया कि उन्होंने अलीपुर इलाके में लाखों रुपए की लागत से करीब 25 साल पहले साल 1997 में मिनी स्टेडियम के बारे में 56 विभागों से प्रचार किया. जिसमें सभी का जवाब आया कि खेल परिसर के रखरखाव का जिम्मा और अधिकार किसी भी विभाग के पास नहीं है. वैसे यह खेल परिसर दिल्ली नगर निगम के द्वारा बनाया गया था. जिसका यहां पर पत्थर भी लगा हुआ है और उद्घाटन भी साल 1997 में दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री स्व. डॉ. साहिब सिंह वर्मा द्वारा किया गया था. स्टेडियम का मुख्य उद्देश्य था इलाके में उभरती खेल प्रतिभा को निखार कर देश के लिए तैयार किया जाए. लेकिन अब देखरेख के अभाव में बदहाली को लेकर कई विभागों से अब भी पत्राचार चल रहा है।
असामाजिक तत्वों का अड्डा बन गया स्टेडियममिनी स्टेडियम की हालत बदहाल हो गई है. सीढ़ियों के नीचे खिलाड़ियों के विश्राम के लिए कमरे बनाए गए थे. उन्हें भी तोड़ दिया गया है. स्टेडियम में लगी लोहे की खिड़की और दरवाजे पूरी तरह से जर्जर हो चुके हैं और अब यह मिनी स्टेडियम खिलाड़ियों का खेल का मैदान नहीं बल्कि असामाजिक तत्वों के नशे का अड्डा बन गया है. असामाजिक तत्व यहां हर समय रहते हैं और स्कूली बच्चे भी यहां परिवार के लोगों से छिपकर नशा करते हैं, जो नशेड़ियों के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दे सकते हैं. पहले भी मिनी स्टेडियम के पीछे बने मकान की दीवार तोड़ कर एक घर में चोरी की वारदात को अंजाम दिया गया था.
25 साल पहले डॉ. साहिब सिंह वर्मा ने किया था उद्घाटनइस स्टेडियम को करीब 25 साल पहले खिलाड़ियों के लिए तैयार किया गया था. इसका उद्घाटन तत्कालीन मुख्यमंत्री स्व. डॉ. साहिब सिंह वर्मा ने किया था. इस बात पर हैरानी होती है कि मुख्यमंत्री द्वारा उद्घाटन किए गए स्टेडियम की जिम्मेदारी किसी भी विभाग के पास नहीं है.
खेल प्रतिभा को निखारने के लिए किया जाए जीर्णोद्धार जबकि हर पाल राणा ने एक बात बहुत ही हैरान करने वाली बताई कि अधिकारियों ने आरटीआई के जवाब में किसी भी विभाग के पास खेल परिसर के मेंटेनेंस की जिम्मेदारी नहीं होने की बात कही. दिल्ली नगर निगम के अधिकारियों ने फोन पर बताया कि अलीपुर इलाके का यह खेल परिसर दिल्ली नगर निगम के अंतर्गत आता है. लेकिन उसके बावजूद भी यहां की हालत बहुत बदहाल है और जरूरत है सरकार जल्द से जल्द इस की खोई हुई फाइल को तलाशे और जिस प्रतिभा को निखारने के लिए स्टेडियम बनाया गया था दोबारा से स्टेडियम का जीर्णोद्धार करे. साथ ही यहां खेल प्रतिभाओं को निखारने का मौका दे जो राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का प्रतिनिधित्व करेगी।
हरपाल सिंह राणा
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