सोमवार, 10 मई 2021
तेजल ज्ञान नसीराबाद (हरिराम चौधरी)। के निकट ग्राम पंचायत लवेरा मोड़ी गाँव में कोरोंना महामारी और सम्पूर्ण लॉकडाउन के चलते समाजसेवी हरिराम जाट ने अपने घर में ही चौधरी कुम्भाराम आर्य की 107 वीं पुण्यतिथि मनाई। आर्य की तस्वीर पर मिट्टी के दीप प्रज्वलित कर एवं पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इस दौरान मोड़ी गाँव के हरीराम जाट ने बताया कि चौधरी कुंभाराम आर्य के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि किसानों के पुरोधा कुम्भाराम आर्य ने राजस्थान में जागीरदारी प्रथा संशोधन अधिनियम एवं राजस्थान टिनेंसी एक्ट पास करवाया और जागीरदारी प्रथा बंद करवाकर किसानों को भूमि का मालिकाना हक दिलाया।
आर्य ने भेंट, लाग-बाग, बेगार जैसी बुराइयों पर अंकुश लगाकर किसानों को शोषण से मुक्ति दिलाने के लिए संघर्ष किया। आमजन को शिक्षा से जोड़ने और अंधविश्वास से छुटकारा दिलाने के लिए जागृति लाने का कार्य किया गया। समाजसेवी हरीराम जाट ने आर्य की जंयती और पुण्यतिथि को राजस्व दिवस के रूप में मनाने के लिए राजस्थान सरकार से मांग की। कुंभा ने किसानों को कृषि कार्य में नवाचार लाने के लिए आधुनिक तकनीकी अपनाने की सीख दी। हरि राम जाट ने कहा कि उनके संघर्ष और जेल में रहने के दौरान दी गई यातनाओं का वर्णन प्रस्तुत किया। आर्य द्वारा लिखित पुस्तक वर्ग चेतना को हर घर में रखने, पढ़ने और चेतना जगाने को प्रेरित किया गया। हरिराम जाट ने सभी किसान भाइयों से अपील की अपने घर में किसान मसीहा के नाम एक दीपक रोजाना जलाए, इस दौरान जाट के पूरे परिवार सदस्य उपस्थित थे l