
–आकांक्षा मलिक के सेना में लेफ्टीनेंट बनने से परिवार में खुशी का माहौल
-बेहतर समाज के लिए कार्य करना चाहती हैं आकांक्षा मलिक
तेजल ज्ञान रोहतक। रोहतक की बेटी आकांक्षा मलिक के सेना में लेफ्टीनेंट पद के लिए चयनित होने पर परिजनों में खुशी की लहर है। इस वर्ष आकांक्षा मलिक रोहतक से अकेली ऐसी बेटी हैं जिसे सेना में यह गौरव प्राप्त हुआ है। आकांक्षा की ऑल इंडिया रैंक 12 रही। आकांक्षा मलिक मूल रूप से गांव आंवली की हैं तथा वर्तमान में स्थानीय तिलक नगर में रह रही हैं। आकांक्षा मलिक के चयनित होने पर आज उनके निवास पर परिजनों ने मिठाईयां बांटकर अपनी खुशी का इजहार किया।
आकांक्षा मलिक ने बताया भारतीय सेना में भर्ती होने की प्रेरणा उन्हें अपने दादा सेवानिवृत्त कैप्टन सत्यवीर सिंह से मिली। जिन्होंने आकांक्षा को शारीरिक रूप से मजबूत बनाया तथा समाज के विभिन्न क्षेत्रों का ज्ञान दिया। आकांक्षा मलिक ने बताया कि उसकी माता सुनीता हरियाणा में कॉमर्स प्रवक्ता पद पर तथा पिता निरंजन सिंह मलिक शारीरिक शिक्षा विभाग दिल्ली में प्रवक्ता पद पर तैनात हैं। दोनों ने उन्हें समाज में बेहतर कार्य करने के लिए हमेशा प्रेरित किया।
इसके अलावा महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के यूथ सेंटर फॉर स्किल डवल्पमेंट के सेवानिवृत्त कर्नल डी.एस. देशवाल का भरपूर सहयोग मिला। वहीं सेवानिवृत्त ब्रिगेडियर एस.एस. जून, सेवानिवृत्त कर्नल संत कुमार व रेखा मलिक ने अपना भरपूर सहयोग देकर यह प्रतिष्ठित पद हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत करवाई। जिसकी बदौलत वह इस प्रतिष्ठित पद को प्राप्त कर सकी हैं।
आकांक्षा मलिक ने बताया कि उनका ध्येय समाज की भलाई के लिए कार्य करना है। वे इस पद से जुडक़र एक अच्छे समाज का निर्माण करना चाहती हैं। आकांक्षा मलिक की सफलता पर उनके परिजनों ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि उन्हें उम्मीद है कि आकांक्षा एक दिन देश का नाम जरूर रोशन करेगी। यह जानकारी जसराज जाट धतरवाल बाड़मेर इंटरनेशनल सोशल एक्टिविटी जाट समाज प्रतिभा आदर्श जाट महासभा प्रदेश सचिव राजस्थान द्वारा प्राप्त हुई।