तेजल ज्ञान भीलवाड़ा। पुसाराम चौधरी ने बताया कि कई वर्षों पहले भादू परिवार के पूर्वज मारवाड़ की धरा नागौर जिले के कलरू ग्राम पंचायत से मेवाड़ में कोटडी ग्राम मे रहने लगे फिर ग्राम का नाम भादुवों की कोटडी पड़ गया उस समय भादुवों के साथ साधु-संत, नाथ, जोशी (ब्राह्मण) एवं ढोली को साथ लेकर आए थे।
उनके लिए पूर्वजों के द्वारा मुरलीधर जी के मंदिर का निर्माण करवाया गया एवं शंकर भगवान मंदिर की स्थापना भी की गई जिससे उनके साथ आए साधु-संत मुरलीधर जी के मंदिर एवं नाथ समाज के द्वारा शंकर भगवान की पूजा अर्चना की जाती है।
उसी मंदिर का अभी 2021 मे 120 भादु परिवार की और से पुनः निर्माण करवा कर राधे कृष्ण भगवान की मूर्ति की 18 जून से 20 जून तक ब्राह्मण देवताओं के द्वारा यज्ञ के माध्यम से पुनः प्राण प्रतिष्ठा एवं अभिषेक तीन दिन तक करवाकर 20 जून को पुनः मंदिर में मूर्ति स्थापना की गई और पूरी नगरी में सपरिवार 36 कौम के लिए प्रसादी का कार्यक्रम रखा गया।
एवं पूरे ग्राम मे डीजे और ढोल नगाड़े के साथ बिंदोरी एवं आसपास के गांव से काफी संख्या में पधारे राम भक्तों, साधु संतों, महानुभावों का भादु परिवार की ओर से ढोल नगाड़े के साथ जोरदार स्वागत किया गया एवं समस्त ग्राम वासियों ने इस आयोजन का आनंद लिया।