तेजल ज्ञान भीलवाड़ा (शोभाराम तोगड़ा)। राजस्थान मेवाड़ जाट महासभा की कार्यकारिणी की संगोष्ठी 23 अक्टूबर शनिवार रात्रि 8:00 बजे सोनी धर्मशाला हरणी महादेव भीलवाड़ा में हुई एवं 22 व 23 को रात्रिकालीन मे पटवारी परीक्षा में आए सभी परीक्षार्थियों के खाने पीने की व्यवस्था के साथ प्रातः परीक्षा केंद्रों पर पहुंचा कर रविवार को जाट का न्याय जाट की जाजम के अभियान के तहत एक बैठक माता जी का स्थान कुवालिया त. गंगरार जिला चित्तौड़गढ़ में आयोजित हुई।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए संरक्षक डालचंद डुकिया ने बताया कि समाज में व्याप्त कुरीतियां बाल विवाह नशा मुक्ति मृत्यु भोज नाता प्रथा आदि के साथ-साथ समाज में आपसी लोभ लालच के कारण मनमुटाव बढ़ता जा रहा है, एवं मुकदमे बाजी में समाज बर्बाद हो रहा है अतः जाजम पर सत्यता के साथ न्याय करने की जरूरत है। मुख्य अतिथि शंकरलाल कुड़ी ने दिखावटी शादियोँ पर रोक लगाते हुए सामूहिक विवाह सम्मेलन पद्धति को अपनाने हेतु सभी को संकल्पित किया। विशिष्ट अतिथि देवबक्ष ढाबरढीमां, रामलाल दतुलिया, सत्यनारायण गूगड, धन्नालाल थरोदा, लक्ष्मण गोटिया, नंदलाल पातलियास, मांगीलाल सरुडिया, लहरु लाल काला, शंकरलाल लंबरदार, प्रदेश प्रभारी पूसाराम भादु, नंदराम मंडा, दुर्गाशंकर, आदि ने विचार व्यक्त करते हुए समाज के आपसी विवाद के तीन मसले जाजम पर हल किये। युवा टीम के सक्रिय कार्यकर्ता नारायण लाल जीजवाडिया, मोहनलाल नागा, सुरेश डेला, गोवर्धन लाल, रामेश्वर, संपत आदि ने भाग लिया। संचालन करते हुए महामंत्री तोगडा ने बताया कि समाज में बदलाव के लिए युवाओं को आगे आना होगा एवं शिक्षा से ही समाज का सर्वांगीण विकास संभव है, इसमें समाज को दिखावटी खर्चों में कमी कर अपने बच्चों की शिक्षा एवं स्वास्थ्य पर ध्यान देना होगा। बैठक में मांगीलाल गोटिया, शंकर लाल मनकडी, भंवर लाल, आदि ने भी विचार व्यक्त किये।