तेजल ज्ञान चित्तौड़गढ़ (भवरलाल जाट)।
रीट लेवल-2 में मोनिका जाट का स्टेट में दूसरा स्थान: कोचिंग के बिना की पढ़ाई, बुक्स और यूट्यूब का लिया सहारा
रीट लेवल-2 के मंगलवार को घोषित रिजल्ट में चित्तौड़गढ़ की मोनिका जाट ने स्टेट में टॉप 2 की पोजीशन हासिल की है। उन्होंने 150 में से 145 अंक हासिल किए। 23 साल की मोनिका को अच्छे मार्क्स आने की उम्मीद थी। मगर सोचा नहीं था कि वह मेरिट लिस्ट में भी आ जाएगी। मोनिका को उनके रिश्तेदार, दोस्त सभी बधाइयां दे रहे हैं। मोनिका ने बताया कि बार-बार एग्जाम की डेट आगे बढ़ने से थोड़ी परेशानी हुई लेकिन अपना धैर्य खोने नहीं दिया। जनवरी महीने से वह लगातार 8 से 10 घंटे की पढ़ाई करती आई है।
एग्जाम की डेट आगे बढ़ने से हुई थी थोड़ी दिक्कत चित्तौड़ शहर के मधुबन कॉलोनी में रहने वाली जवाहर लाल जाट की बेटी मोनिका जाट ने रीट लेवल-2 में 150 में से 145 अंक प्राप्त कर राजस्थान में दूसरा नंबर हासिल किया। चित्तौड़गढ़ में वह पहले नंबर पर है। मोनिका जाट से जब उनकी पढ़ाई को लेकर पूछा गया तो कहा कि उन्हें इस बात की बहुत खुशी हो रही है कि वह मेरिट लिस्ट में है। वह शुरू से ही जानती थी कि अच्छे अंकों से पास होगी लेकिन मेरिट की उम्मीद नहीं थी। मोनिका का कहना है कि रीट एग्जाम की डेट जब बार-बार आगे बढ़ रही थी तो थोड़ी दिक्कतें हुई लेकिन वह लगातार पढ़ाई करती रही। रीट की तैयारी जनवरी से शुरू की थी और लगातार आठ से 10 घंटे की पढ़ाई करती थी।
पढ़ाई में अटकी तो यूट्यूब का लिया सहारा
मोनिका जाट का कहना है कि उन्होंने आरबीएसई की बुक पहले कंप्लीट की। उसके बाद ऑथेंटिक बुक्स से पढ़ाई की। पुराने पेपर्स पर भी पूरा फोकस रखा। चित्तौड़ के जैन गुरुकुल से स्कूल की पढ़ाई और 2018 में उसके बाद महाराणा प्रताप राजकीय महाविद्यालय से बीएससी पास करने के बाद 2020 में उन्होंने B.Ed किया। मोनिका ने रीट का एग्जाम पहली बार दिया। उनका कहना था कि कोरोना काल में कोचिंग कर नहीं सकते थे लेकिन इसका मतलब यह भी नहीं है कि कोचिंग करना जरूरी है। बस रेगुलर पढ़ाई करना सबसे ज्यादा जरूरत है। किताबें पढ़कर भी आप अच्छे नंबर ला सकते हो। मोनिका को जहां भी प्रॉब्लम फेस करना पड़ा वहां उसने यूट्यूब का सहारा लिया। उनका कहना था कि आजकल ऑनलाइन में काफी अच्छी क्लासेस हो जाती है। उनको देख कर भी काफी कुछ सीख सकते हैं।
RAS बनना है पहला लक्ष्य
मोनिका के पिता जवाहर मल जाट पहले हिंदुस्तान जिंक में काम करते थे। उसके बाद उन्होंने हिंदुस्तान जिंक से वीआरएस लेकर खेती शुरू की। मां देउ देवी ग्रहणी है। जबकि एक बड़ी बहन और एक छोटा भाई भी है। मोनिका ने कुछ दिन पहले ही RAS प्री का एग्जाम दिया था। उसका सबसे पहला लक्ष्य RAS बनना है। मोनिका ने बताया कि उसे पढ़ाना काफी अच्छा लगता है लेकिन उसका सपना RAS बनने का ही है।