
तेजल ज्ञान श्याम चौधरी राजस्थान। विजयवती चौधरी समाजसेविका एवं शिक्षिका जयपुर राजस्थान व महेंद्र सिंह खोखर समाजसेवी पूर्व अध्यक्ष ग्राम विकास समिति घसीपुरा सीकर को अंतर्राष्ट्रीय पर्यावरण योद्धा सम्मान – 2021 से नेपाल में सम्मानित किया एक कदम पर्यावरण संरक्षण की तरफ पीपल नीम तुलसी अभियान द्वारा
दिनांक 27 व 28 नवंबर 2021 को भारत के पड़ोसी देश नेपाल लुम्बिनी में डॉक्टर धर्मेंद्र कुमार संस्थापक पीपल नीम तुलसी अभियान पटना भारत की अध्यक्षता द्वारा दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय पर्यावरण योद्धा सम्मान एवं विचार मंथन शिविर का आयोजन किया गया जिसमे पर्यावरण योद्धाओं को मोमेंटो देकर व नेपाल की संस्कृति शाल उढ़ाकर सम्मानित किया गया । इस शिविर में ग्रीन यूथ ऑफ लुम्बिनी नेपाल, कमला जलाधार संरक्षण अभियान जनकपुरधाम नेपाल, दीदी जी फाउन्डेशन जैसी अनेक संस्थान की मौजूदग रही। सह विचार मंथन शिविर में भारत , नेपाल , बंगलादेश , श्रीलंका , भूटान, इंडोनेशिया आदि अलग अलग देशों , राज्यों , जिलों के लगभग 150 प्रकृति पर्यावरण प्रेमी मित्र शामिल हुए और प्रकृति पर्यावरण संरक्षण और संवर्धन के क्षेत्र में विशेष कार्य करने वाले प्रकृति पर्यावरण प्रेमियों और मित्रों को अंतर्राष्ट्रीय पर्यावरण योद्धा सम्मान 2021 से सम्मानित किया गया। लुम्बिनी सांस्कृतिक नगर पालिका हॉल खुनगाई लुम्बिनी में आयोजित हुए कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ धर्मेन्द्र कुमार पीपल , नीम , तुलसी अभियान , मुख्य अतिथि राज्यमंत्री आर्थिक मामला तथा सहकारी मंत्रालय लुम्बिनी प्रदेश श्रीमती सुषमा यादव , विशिष्ट अतिथि मनमोहन चौधरी मेयर लुम्बिनी , अवधेश कुमार त्रिपाठी लुम्बिनी विकास कोष , पशुपतिनाथ कोईराला सचिव पर्यावरण वन मंत्रालय , वृक्ष मित्र सुरेश शर्मा जनकपुर, विक्रम यादव अभियानी कमला बचाओ , धरा धाम इंटरनेशनल के संस्थापक डॉ सौरभ पांडे जी , डॉ विनय श्रीवास्तव वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्डर पर्यावरण संरक्षण गोरखपुर आदि मौजूद रहे।
कार्यक्रम संचालन भारत से मंटु कुमार एंव नेपाल से उमेश यादव कर रहे
मंच संचालन ज्ञानेश्वर उपाध्याय जी ने किया
इस अवसर पर मुरादाबाद उत्तर प्रदेश से पर्यावरण सचेतक नैपालसिंह पाल संस्थापक महासचिव प्रकृति सेवा समिति मुरादाबाद , बक्सवाहा मध्यप्रदेश से राजेश यादव,कानपुर यूपी से रितिका गुप्ता संस्थापक आशा की किरण,कटनी मध्यप्रदेश से मंजूषा गौतम संस्थापक मुस्कान ड्रीम्स फाउंडेशन,लक्ष्मी हजेला स्वर्रचना फाउंडेशन लखनऊ, मातृशक्ति संगठन शिवनी मध्यप्रदेश,हरियाणा से एडवोकेट राकेश विश्नोई, पर्यावरण योद्धा अनुराग विश्नोई ,शीतल पाटील नागपुर ,पूनम खन्ना लखनऊ,उषा मिश्रा बिहार,शिवानी खन्ना , बिहार से पर्यावरण प्रेमी शनि कुमार , रविन्द्र शर्मा , आर के कुशवाहा , नीरज कुमार , सुजीत कुमार ट्रीमेन , दीपक कुमार , सुनील दुबे वृक्ष मित्र भोपाल ,नेपाल से ज्ञानेश्वर उपाध्यायलुबंमनी, उमेश यादव लुबंमनी, जनकपुर से विक्रम सिंह , कबीरधाम राजस्थान के संत नानकदास , गाजियाबाद से डॉ हर्ष प्रभा ,मानती कुर्मी ,विनय याद ,आदि को सम्मानित किया गया । समाज में सामाजिक कार्य करने के साथ साथ प्रकृति पर्यावरण जागरूकता , संरक्षण और संवर्द्धन के लिए पर्यावरण के क्षेत्र में सराहनीय कार्य करने वाले पर्यावरण प्रेमियों , पर्यावरण रक्षकों , पर्यावरण चिंतको , पर्यावरण सचेतको को सम्मानित किया गया । पर्यावरण प्रेमी विभिन्न क्षेत्रों से अपने अपने साथ से पीपल ,सीता अशोक , बरगद और तुलसी का पौधे के साथ ही मिट्टी और पानी भी लेकर आए और फिर वहा लुम्बिनी , नेपाल पहुंचकर वहाँ वन विभाग व सभी पर्यावरण प्रेमियो के साथ मिलकर रोपित किया । अंतर्राष्ट्रीय पर्यावरण योद्धा सम्मान 2021 समारोह के अवसर पर ही पीपल नीम तुलसी अभियान के संरक्षक संस्थापक डॉ धर्मेंद्र कुमार द्वारा सभी को रुद्राक्ष का पौधा सप्रेम भेंट किया गया।
यात्री होटल मे उमेश यादव जी के मिट्टी तिलक लगाकर सभी योद्धाओं की बिदाई दी । जंगल बचाओ अभियान की शुरुआत पीपल नीम तुलसी अभियान डॉ धर्मेंद्र जी द्वारा हुई जिन्होंने अलग-अलग राज्यों से पर्यावरण प्रेमियों को एक समूह में जोड़ा और बक्सवाहा जंगल बचाओ अभियान को एक नई दिशा दी जिसका नतीजा यह निकला कि सुप्रीम कोर्ट ने भी अक्टूबर में जो फैसला सुनाया वह उन बेजुबान पेड़ पौधों जीव जंतुओं के हक में सुनाया जिससे सभी पर्यावरण प्रेमी में खुशी की लहर जाग उठी, विश्नोई ने बताया कि प्रकृति पर्यावरण संरक्षण और संवर्द्धन हम सभी की जिम्मेदारी है अतः हम सभी को सहभागिता करनी चाहिए और प्रकृति के हरित कवच को बढ़ाने के लिए अधिक से अधिक पौधरोपण के साथ ही हरे पेड़ो ओर वृक्षो को कटने से रोकना होगा। क्योंकि हरे पेड़ पौधे प्रकृति में ऑक्सीजन की प्राकृतिक फैक्ट्री हैं और हम सभी जल , वायु , जंगल और जमीन के संरक्षण और संवर्द्धन हेतु सहभागी बनें तो हम सभी के साथ साथ समस्त जीव जंतुओं के जीवन का भी अस्तित्व बना रहेगा।