प्राकृतिक खेती अपनाओ और पालर पानी पियो,,
किसान लोक संसद में बोले किसान नेता
तेजल ज्ञान गोटन (दिनेश कड़वासरा)
कस्बे के निकटवर्ती नोखा चांदावता में गुरुवार को पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की जयंती किसान लोक संसद के तौर पर मनाई गई।कार्यक्रम की शुरुआत के पहले किसान आंदोलन में शहीद हुए किसानों को 2 मिनट की श्रद्धांजलि दी गई और चौधरी चरण सिंह जयंती समारोह की शुरुआत चित्र पर पुष्प अर्पित करके की गई। इस मौके पर पूर्व डीआईजी राजस्थान दिलीप जाखड़ ने कहा कि किसानों में एकता की जरूरत है किसानों की एकता की वजह से ही तीन काले कानून वापस लिए गए हैं।इसीलिए सर छोटूराम अक्सर शायर इकबाल की यह पंक्तियां कहा करते थे “खुदी को कर बुलंद इतना कि हर तकदीर से पहले खुदा बंदे से खुद पूछे बता तेरी रजा क्या है” इसीलिए कानून बनने से पहले सरकार खुद पूछे किसानों की मंशा क्या है तभी हमारी एकता में शक्ति होगी। जिस तरह किसान केसरी बलदेवराम मिर्धा ने किसानों में जागीरदारों के बढ़ते अत्याचारों से तंग आकर बिगुल बजाया था और किसानों की पीड़ा को समझा इसी प्रकार हमें किसानों में जागृति लाने के लिए गांव गांव ढाणी ढाणी में किसानों में व्याप्त कुरीतियों को मिटाते हुए और शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए संघर्ष करते रहना चाहिए। इसी अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए बामसेफ कि प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष माया बजाड़ ने कहा कि दूसरे लोग जब सरकार से नाराज होते हैं तो कानून तोड़ते हैं पर किसान जब नाराज होगा तो कानून ही नहीं तोड़ेगा सरकार का तख्तापलट भी कर देगा।इसका जीता जागता उदाहरण आपने कई राज्यों के चुनावो में देखा होगा। हम सभी किसान नेताओं को अपना जीवन गांव के किसानों और गरीबों के हकों की लड़ाई लड़ना है उन्होंने कहा कि ऊंच नीच, जात पात ,गरीब अमीर की खाई से निकलकर हमें सिर्फ और सिर्फ किसानों के हित की लड़ाई करने पर ही किसानों का भला हो सकता है । कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एनएसयूआई प्रदेश अध्यक्ष अभिषेक चौधरी ने कहा कि आज के कई युवा खेतों में अन्न पैदा करने सें किसानों को अन्नदाता की पदवी दी हुई है, लेकिन वर्तमान केंद्र सरकार इस पद को हटाना चाहती है, आज का युवा अपना नेता उन को मान रही है जो जाति पति का जहर घोलना चाहते हैं हमें अपना मसीहा चौधरी चरण सिंह जैसे किसान नेता को मानना चाहिए। भारत भूमि किसानों से भरी हुई है इन किसानों में बड़े-बड़े योद्धा और महापुरुषों ने जन्म लेकर दीन दुखियों और गरीबों की सेवा की हैं, इन्हीं योद्धाओं में से चौधरी चरण सिंह का नाम बड़े गर्व से लिया जाता है हमें उनके बताए हुए रास्ते पर चलकर किसानों का साथ देते रहना चाहिए, कार्यक्रम को राष्ट्रपति से सम्मानित शिक्षक डॉ कालू खा देशवाली, कोऑर्डिनेटर ग्लोबल यूनाइटेड पंचायत के हनुमान चौधरी, रजलानी सरपंच पारस गुर्जर, एडवोकेट संयोग शर्मा हनुमानगढ़, विशिष्ट अतिथि किसान सभा खिवसर के चुनाराम पालीवाल , सेवानिवृत्त डिस्कॉम अधिकारी जसाराम छाबा ने संबोधित करते हुए प्राकृतिक खेती अपनाने और बरसाती पालर पानी पीने का संदेश दिया, इससे पहले आए हुए सभी मेहमानों का माला और साफा से स्वागत किया गया। इस मौके पर किसान केसरी की याद में एक कैलेंडर का विमोचन भी अतिथियों के हाथों से किया गया। कार्यक्रम संयोजक रामनारायण चौधरी ने बताया कि इस समारोह में किसानों के मुद्दों को लोक संसद के नाम से मनाया गया और किसानों के हित में कैसे कानून बनाने चाहिए उस पर चर्चा हुई और किसान की हालत में कैसे सुधार हो इस पर चिंतन किया गया। इस मौके पर आसपास के गांव के जनप्रतिनिधियों के अलावा हजारों की संख्या में किसान उपस्थित हुए। कार्यक्रम का मंच संचालन विश्वेंद्र चौधरी, गजेंद्र सेन और फखरुद्दीन खोखर ने किया।