तेजल ज्ञान अर्जुन भाकर धार मध्यप्रदेश।
देश भर के वह जाट, जो दहेज लेकर महंगी और फिजूलखर्च की शादी करते हैं चाहें तो शर्म करें और जाट समाज के दुश्मन बनने, और समाज के पतन के कारण होने से बचें। स्वयं भी प्रेरणा लें और दूसरों को भी प्रेरित करें…कृपया
सैलूट, मध्य छेत्र जाट विकास संगठन, धार बड़वानी, मध्यप्रदेश
प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी मध्य क्षेत्र जाट विकास संगठन, धार, बड़वानी , मध्यप्रदेश, के द्वारा 5 फरवरी 2022, बसंत पंचमी शनिवार को ग्राम कोठड़ा में 13वाँ नि:शुल्क सामूहिक विवाह सम्मेलन का आयोजन किया गया। मध्य क्षेत्र जाट विकास संगठन का गठन सन् 1979 में किया जाकर सर्वप्रथम समाज में खर्चीली शादियों को बंद कर प्रथम सामूहिक विवाह सम्मेलन आयोजित कर समाज ही नहीं अपितु अन्य समाजों को भी सामूहिक विवाह करने की प्रेरणा दी थी तभी से लेकर आज तक मध्य जाट विकास संगठन के द्वारा जाट समाज में सामूहिक विवाह सम्मेलन आयोजित किए जा रहे हैं पिछले वर्ष कोविड-19 के चलते आयोजन नहीं हुआ था इस वर्ष भी सरकारी गाइडलाइन अनुसार समाज ने आयोजन को संपन्न करवाया है।
5 जोड़े परिणय सूत्र में बंधे जाट समाज के एक फौजी ने भी सम्मेलन में विवाह रचाया
गायत्री शक्तिपीठ अंजड़ गायत्री परिवार के माधव पाटीदार के द्वारा जाट समाज का सामूहिक विवाह सम्मेलन हिंदू रीति रिवाज के साथ संपन्न कराया गया। जाट समाज निमाड़ के साथ ही मालवा से भी वर-वधू परिणय सूत्र में बंधे, वही 5 जोड़ों का विवाह संपन्न हुआ वही ग्राम कोठडा के फौजी विष्णु ब्राले ने भी सामूहिक विवाह में अपना विवाह रचाया। सामूहिक विवाह सम्मेलन में जाट समाजजनों द्वारा अपनी उपस्थिति देकर वर और वधू को शुभ आशीर्वाद प्रदान किया, सामूहिक विवाह सम्मेलन में जल की व्यवस्था श्री परदेस गिला के द्वारा की गई।
कार्यकारिणी द्वारा आभार व्यक्त किया गया
जाट समाज निमाड नि:शुल्क सामूहिक विवाह सम्मेलन के सफल आयोजन पर मध्य क्षेत्र जाट विकास संगठन बड़वानी धार की कार्यकारिणी के अध्यक्ष रमेश पूनिया, उपाध्यक्ष रमेश मान, राजू जाणी,सचिव कैलाश भादू, कोषाध्यक्ष संतोष ब्राले व संरक्षक रणछोड़ जाखड़ वही युवा कार्यकारिणी के अध्यक्ष पवन सांगवा जाट हॉस्टल के अध्यक्ष रूपेश खाचरा मंसाराम सिंघड़ व जाट समाज के सक्रिय सदस्यों के द्वारा कार्यक्रम में पधारे सभी समाजजनों वर-वधु पक्षों से आए स्वजातीय बंधुओं का आभार व्यक्त किया कार्यक्रम का संचालन जाट समाज के पूर्व अध्यक्ष हीरालाल भाकर सिरसी के द्वारा किया गया।