तेजल ज्ञान (महेंद्र सिंह खोखर घसीपुरा)। राजस्थान जयपुर बिरला ऑडिटोरियम में 12 जून को अंतरराष्ट्रीय जाट संसद का द्वितीय सत्र आयोजित जनप्रतिनिधियों ने की शिरकत सामाजिक कुरूतियो को छोड़कर राजनीतिक एकता का किया आह्वान जयपुर बिरला ऑडिटोरियम सामाजिक एकता के रंग में रंगा नजर आया । मौका था अंतरराष्ट्रीय जाट संसद के द्वितीय सत्र सम्मेलन का जिसमें विभिन्न संस्कृतियों में निवास कर रहे प्रदेशों तथा 130 देशों के जाट समाज बंधु गुलाबी नगर की शान में चार चांद लगाने पहुंचे । कार्यक्रम में जनप्रतिनिधियों के अलावा सेना, खेल जगत, फिल्मि जगत तथा बड़ी संख्या में आमजन भी पहुंचे । वक्ताओं ने सामाजिक कुरूतियो को छोड़कर राजनीतिक एकता, रोजगार सर्जन, कला शिक्षा व संस्कृति की ओर ध्यान देने की आवश्यकता बताई । विदेशों से आये कई समाज बंधुओं ने समाज में फैली कुरीतियों से मुक्ति तथा नाश मुक्ति पर जोर दिया । वक्ताओं ने कहा जाट समाज इस समय बहुत ही विकट परिस्थितियों से जूझ रहा है । जाट समाज को इस समय सभी राजनैतिक पार्टिया व सरकारे नजरअंदाज कर रही है । देश और प्रदेश की सरकारो में जाट कौम की कभी तूती बोलती थी वहाँ आज नाम मात्र की नुमाइंदगी बची हैं । इन बातों को समाज के युवाओं व बुजर्गो लोगों को समझना होगा । हमें अपने आपसी मतभेद भुलाकर राजनीतिक रूप से एकजुट होकर अपनी आवाज बुलंद करनी होगी ।
समारोह के मुख्य अतिथि मेघालय के गवर्नर महामहिम सत्यपाल मलिक ने कहा कि मैंने स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करने की बात कही है जो कभी ना कभी जरूर लागू होगी । केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि समाज की भावना के अनुरूप में सरकार से आग्रह करूंगा की महाराजा सूरजमल की जीवनी को बच्चों के पाठ्यक्रम में शामिल किया जाए । बागपत के सांसद पूर्व केंद्र मंत्री डॉ सतपाल सिंह, सर छोटूराम के दोहिते पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी वीरेन्द्र सिंह, इनेलो ईनौला के महासचिव हरियाणा के विधायक चौधरी अभय सिंह चौटाला , अमेरिका प्रवासी कृपाल सिंह खापरा , ऑस्ट्रेलिया प्रवासी नीतू सिंह मलिक, यूनाइटेड किंगडम के जाट महासभा अध्यक्ष रोहित रावत, मोजांबिक प्रवासी जयपाल सिंह, न्यूजीलैंड प्रवासी समीर ठाकरान, राजस्थान फाउंडेशन के चेयरमैन विकास सिरोही, कर्नाटक जाट महासभा अध्य्क्ष रामसिंह कुलहरि , झुन्झुनू की जिलाप्रमुख हर्षनी कुलहरि, राजस्थान कर्षि बोर्ड अध्यक्ष श्रीमती सुचित्रा आर्य सहित राजस्थान, हरयाणा, उत्तरप्रदेश, पंजाब, जम्मूकश्मीर के कई वर्तमान व पूर्व मंत्रियों तथा विधायकों ने भी अंतराष्ट्रीय जाट संसद के सत्र में अपना ओजस्वी उद्बोधन दिया । समाज में खेल जगत से तथा सांस्कृतिक जगत से भी कई हस्तियों ने कहा कि हम अपनी कौम के लिए जो बन पड़ेगा वो करेंगे तथा कौम के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलेंगे। पिछले दिनों यूपीएससी परीक्षा में आठवें स्थान प्राप्त कर देश में जाट कौम का नाम रोशन करने वाली बेटी इशिता राठी को भी समाज ने सम्मानित किया ।
इस अवसर पर दलेलपूरा के समाजसेवी कैप्टन रामनिवास ताखर के साथ 11 सदस्यों का एक दल अंतराष्ट्रीय जाट संसद में पहुंचा जिसमें डॉक्टर जवाहर सिंह, समाजसेवी मदन मदन लाल भावरिया , ताराचंद भावरिया , प्राचार्य वेद प्रकाश आदित्य, हरदेवाराम रोहलान , धर्मपाल ताखर , हवलदार सुनील कुमार, देवेन्द्र दांगी, डाँ दीपक राड़ तथा प्रदीप राड़ शामिल हुए । नीमकाथाना से वीर तेजाजी शिक्षण संस्थान के अध्य्क्ष हरि सिंह लोहचब, डॉ सागरमल, सुभाष सामोता, सतपाल ढिलान, सतपाल जितरवाल, मुकेश कशवा, कर्मपाल सहित अनेक जाट बंधु समारोह में सरीक हुए ।
समारोह के सयोजक रामवतार पलसानिया , पी एस कलवानिया तथा संरक्षक रामसिंह कुलहरि ने अतिथियों को माला व साफा पहनाकर स्वागत व सत्कार किया ।
समारोह के अंत मे राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम सम्पन हुआ।