।।। जय तेजाजी महाराज ।।।
चर्चा भारत सरकार द्वारा लाई जा रही अग्निपथ योजना के बारे में
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✍️अग्निपथ योजना क्या है– ‘अग्निपथ’ योजना के मुताबिक, 17- 18 साल के नोजवान युवक़ो को भारतीय सेना के तीनों अंगों हेतु अल्पकालीन समय जो कि 4 वर्ष है उसके लिए भर्ती किया जाएगा और उस चार साल के कार्यकाल के बाद उन्हें वहां से हटा दिया जाएगा,,इस योजना के तहत भर्ती होने वाले युवाओं को छह महीने की शुरुआती ट्रेनिंग दी जाएगी. फिर कुछ एक नाममात्र के लिए ‘अग्निवीर’ के रूप में आगे नोजवानो को युवा सैनिक के रूप में लंबा कार्यकाल दिया जाएगा. बाकी शेष भर्ती युवाओं को 10 से 12 लाख रुपये का पैकेज देकर सर्विस से रिलीज कर दिया जाएगा.।।।।।।।।
✍️अग्निपथ योजना के तहत जल्द ही भारतीय सेना की भर्तियां निकलने वाली है जिसका की सरकार अपने आप मे बड़ा कदम बता रही है,, इस योजना के तहत भर्ती होने वाले समस्त युवाओ को 6 से 8 माह की हथियार चलाने सहित सभी प्रकार की कठिन ट्रेनिंग दी जायेगी तत्उपरान्त उन्हें दुश्मन देशों की सीमा पर तैनात कर दिया जाएगा।।।।
✍️सरकार का मानना है कि देश का ट्रेनिग लिया हुआ उक्त युवा में देश प्रेम की भावना का संचार होगा साथ ही आपातकालीन प्रस्तस्थियो में ये युवा देश के सैनिक के रूप में देश के वापस काम आ सकेगा।।।
✍️लेकिन इस योजना मे जो संदेह रूपी खामियां मुझे नजर आ रही आज उन सबको आपके साथ साझा कर रहा ताकि चर्चा की हम लोग इसे समझ सके और युवा वर्ग भी इसे आसानी से समझ सके।।।।
🤜 देश भर में 13 लाख के आस पास सैन्य बल है फिर 4 साल के लिए युवाओ के सैनिक बनने से कौनसा खतरा टाला जा रहा
🤜 4 साल तक सेना में रहने व नियमित पढ़ाई अवरुद्ध होने के बाद वो युवा वापस आकर बेरोजगारी के कगार पर नही आएगा क्या
🤜बिना अनुभव के सीमावर्ती इलाकों में तैनाती होने पर जो शहादत का प्रतिशत बढेगा उसका जिमेदार कौन होगा
🤜क्या 4 साल बाद वहां से निकाले गए हजारो युवा हड़ताल पर बैठकर नियमत करने की मांग नही करेंगे
🤜जीवन के सबसे मेहत्वपूर्ण 4 साल वहां देने के बाद बाकी सरकारी नौकरियों से क्या वो वंचित नही होंगे,, ओवर एज होना भी इसमें एक बड़ा फेक्टर रहेगा
🤜हथियार चलाने के सम्पूर्ण परीक्षण के बाद जब उन्हें हटाया जाएगा तो तनाव व बेरोजगारी के चलते अगर युवा हथियार उठा कर जुल्म की दुनिया मे कदम रख दिये तो उसका जिमेदार कौन
🤜फौज में तैनात ज्यादातर क्षत्रिय कौम – जाट, गुर्जर, यादव व राजपूत समाज के जो युवा शहादत को हासिल होंगे उनके परिवार के भरण पोषण का जिमेदार कौन व किस रूप में रहेगा।।।
🤜जिनमे देश प्रेम व देश भक्ति की भावना जन्म से कूट कूट कर भरी हो, जिनका कतरा कतरा खून हमेशा देश की सेवा में लगा हो उन्हें देश प्रेम की भावना का नाम देकर इस तरह उनकी जवानी को संकट में डालना कहा तक उचित
🤜मसरकार का निर्णय हो सकता है सरकारी कागजो के लिए ओर tv पर अच्छा लग सकता है और मुझे लगता है कि इसमें देश की जवानी, देश की किसानी का बहुत बड़ा नुकसान झेलना पड़ेगा।।
🤜अगर देश को सैन्य बल की जरुरत ही है तो सरकार युवाओ को पहले की तर्ज पर नियमित 20 साल के लिए एक पूरे फौजी के रूप में लेना क्यों नही चाहती उनके भविष्य से इस तरह खिलवाड़ क्यों लक्ष्मण चौधरी
जिलाध्यक्ष जाट महासभा पाली
जिलाध्यक्ष भारतीय किसान यूनियन। (टिकैत) यूथ विंग पाली
8982409094