तेजल ज्ञान दिल्ली। देश में आजादी का अमृत महोत्सव और 75 वीं वर्षगांठ मनाई जा रही है, इस अवसर पर सरकारों के द्वारा अनेकों प्रकार से स्वतंत्रता सेनानियों, क्रांतिकारियों, शहीदों को सम्मान दिया जा रहा है देश के प्रधानमंत्री के द्वारा इंडिया गेट पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा लगाकर देश की स्वतंत्रता के लिए संघर्ष करने वाले क्रांतिकारियों का सम्मान करने की सराहनीय पहल की गई है। राजा महेंद्र प्रताप अभियान के संयोजक चौधरी हरपाल सिंह राणा ने बताया कि उन्होंने साथियों सहित उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से मुलाकात करके देश में बन रहे नए संसद भवन में राजा महेंद्र प्रताप की प्रतिमा लगवाने का आग्रह किया। उपराष्ट्रपति जोकि देश के उच्च सदन राज्यसभा के सभापति हैं उन्होंने प्रतिमा लगवाने का आश्वासन दिया और कहा कि इस कार्रवाई की जो भी प्रक्रिया चल रही है उसके तहत कार्रवाई करते हुए प्रतिमा लगवाने का प्रयास करेंगे। हरपाल सिंह राणा ने बताया कि देश की स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले राजा महेंद्र प्रताप का भी बहुत बड़ा त्याग रहा है यह बात स्वयं नरेंद्र मोदी के द्वारा वर्ष 2015 में काबुल में अटल बिहारी वाजपेई के नाम से हॉल के नामकरण के अवसर कही थी मोदी ने कहा था कि अफगानिस्तान और भारत का संबंध बहुत पुराना है भारत की पहली आजाद हिंद सरकार की स्थापना अफगानिस्तान के काबुल में वर्ष 1914 में राजा महेंद्र प्रताप जी ने की थी और मोदी ने राजा महेंद्र प्रताप के नाम से अलीगढ़ में भी विश्वविद्यालय की आधारशिला भी रखी है जो यह दर्शाता है कि आजादी के अमृत महोत्सव और 75 वीं वर्षगांठ पर देश में सच्चे स्वतंत्रता सेनानियों, क्रांतिकारियों और शहीदों का सम्मान आरंभ हुआ है। राणा ने बताया कि राजा महेंद्र प्रताप ने 1911 में वृंदावन में अपना महल दान देकर आईटीआई की स्थापना की, भूमिहीनों को सैकड़ों बीघा जमीन दान देकर रोजगार दिया। उन्होंने लगभग 32 वर्ष विदेशों में रहकर स्वतंत्रता की अलख जगाई और 1932 में उन्हें नोबेल पुरस्कार के लिए नामित भी किया गया था, स्वतंत्रता के बाद वह मथुरा से लोकसभा के सांसद भी निर्वाचित हुए आदि स्वतंत्रता संग्राम और स्वतंत्रता के बाद राजा महेंद्र प्रताप के द्वारा देश के लिए अनेकों सराहनीय प्रयास और कार्य किए इसलिए नए संसद भवन में राजा महेंद्र प्रताप जी की प्रतिमा लगाना गौरव की बात होगी इस अवसर पर चौधरी कप्तान सिंह, अध्यक्ष महाराजा सूरजमल संस्थान,आर एस पवर, देवराज मलिक, अखिल राणा उपस्थित थे।
हरपाल सिंह राणा
ए -1 गाँव व डाक -कादीपुर दिल्ली -36
Ph. 9136235051
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