


तेजल ज्ञान जयपुर। (राजस्थान) के डॉ. सत्यनारायण चौधरी को गुरु फ़ाउंडेशन रोहतक के द्वारा गुरु हिंदी सेवी सम्मान से सम्मानित किया गया। वही बृजलोक साहित्य कला संस्कृति अकादमी एवं कर्मभूमि साहित्य कला संस्कृति अकादमी द्वारा इन्हें विश्व हिंदी रत्न सम्मान प्रदान किया गया ।मूलतः राजस्थान के भरतपुर जिले के कलसाड़ा गाँव निवासी डॉ. सत्यनारायण चौधरी साहित्यकार होने के साथ ही राजकीय महाविद्यालय कोटखावदा, जयपुर में हिंदी विभाग में सहायक आचार्य के पद पर कार्यरत हैं।ये विगत 12 वर्षों से हिंदी को अपनी सेवाएँ दे रहे हैं। इन्हें यह सम्मान हिंदी की सुदीर्घ सेवा में साहित्यिक योगदान के लिए दिया गया। हिंदी साहित्य की सेवा के लिए इन्हें अब तक महात्मा गाँधी राजभाषा प्रचार संस्था वर्धा द्वारा दिए गए अखिल भारतीय राजभाषा हिंदी सेवी सम्मान पुरस्कारों की श्रेणी में ‘राष्ट्रीय हिंदी सेवक’ पुरस्कार, प्रतिष्ठित पत्रिका अक्षरवार्ता द्वारा ‘राष्ट्रीय पुरस्कार’, ब्रजलोक साहित्य-कला-संस्कृति अकादमी द्वारा ‘कलम गौरव पुरस्कार’, यूथ वर्ल्ड सोशल मंच द्वारा ‘भारतीय गौरव पुरस्कार’ एवं ‘इंडियन आइकॉन अवॉर्ड’ गिना देवी शोध संस्थान व विलक्षणा एक पहल समिति द्वारा ‘इंडियन एक्सेलेंसी अवॉर्ड’, हिन्ददेश परिवार द्वारा ‘सर्वश्रेष्ठ रचनाकार’ व ‘सर्वश्रेष्ठ टिप्पणीकार’ अन्तर्राष्ट्रीय साहित्य मंच, दिल्ली द्वारा ‘सर्वश्रेष्ठ रचनाकार’ एवं भानु प्रतिष्ठान काठमांडू, नेपाल व साहित्य संचय शोध संवाद फाउंडेशन, दिल्ली द्वारा ‘भानु नव प्रतिभा सम्मान’ आदि पुरस्कार मिल चुके हैं।
