
किसान, श्रमिक व कर्मचारी अब केन्द्र को सबक सिखलाने हेतु तैयारः बडहेड़ी
तेजल ज्ञान चण्डीगढ़ः
प्रमुख सिक्ख किसान नेता, ऑल इण्डिया जट्ट महासभा के चण्डीगढ़ राज्याध्यक्ष व महासभा के राष्ट्रीय डैलीगेट स. राजिन्दर सिंह बडहेड़ी ने आम जनता पर बढ़ती जा रही महंगाई की मार पर गहरी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा है कि वास्तव में तेल कीमतों में आग लगने के कारण आवाजाही के ख़र्च बढ़ते जा रहे हैं। इसी लिए महंगाई भी नित्य बढ़ती जा रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि ऐसी सभी परिस्थितियों हेतु भाजपा व आरएसएस के नेतृत्त्व वाली मोदी सरकार ही ज़िम्मेदार है। यह सरकार महंगाई की मार द्वारा ग़रीबों को समाप्त करके पूंजीपतियों व बड़े कार्पोरेट घरानों को सदा के लिए देश में स्थापित करना चाहती है।
स. बडहेड़ी ने कहा कि इस समय मोदी सरकार हर प्रकार की झण्डी कार्पोरेट घरानों से ही मिल रही है तथा यह पूंजीपति तत्त्व अपने उत्पाद महंगी कीमतों पर बेचने के लिए केन्द्र सरकार को अपने पक्ष में नीतियां बनाने हेतु विवश कर रहे हैं।
किसान नेता स. बडहेड़ी ने आगे कहा कि प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी इस समय आकाश में उड़ रहे हैं तथा उन्हें न तो महंगाई की मार झेल रहे आम लोगों की परवाह है तथा न ही उनका विगत लम्बे समय से आन्दोलन कर रहे किसानों के दुःखों से ही कोई लेना-देना है। इस समय वह एक प्रकार से आकाश में उड़ रहे हैं परन्तु शीघ्रतया वह समुद्र में गिरने वाले हैं।
उन्होंने कहा कि जितनी जल्दी नरेन्द्र मोदी का राष्ट्रीय नेता के तौर पर उभार हुआ था, उतनी ही शीघ्र आम जनता अब उन्हें पतन के खड्डों में गर्क कर देगी। स. बडहेड़ी ने कहा कि किसान, मज़दूर व कर्मचारी अब शीघ्र ही मोदी सरकार को अच्छा सबक सिखलाने जा रहे हैं।
स. बडहेड़ी ने यह भी कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह सरकार के कार्यकाल के दौरान तेल की प्रति बैरल कीमत अब के मुकाबले दोगुनी थी परन्तु फिर भी तेल आज जितना महंगा नहीं था। तब भाजपा के नेता नंगे हो-हो कर सड़कों पर ‘आन्दोलनजीवी’ हुए घूमते थे। वर्तमान केन्द्रीय मंत्री समृति ईरानी एलपीजी सिलण्डर उठा-उठा कर सड़कों पर चला करती थीं। परन्तु अब सरकार को ग़रीबों की कोई परवाह नहीं है। सरकार ने जिस प्रकार से ‘अति’ की हुई है, उसका ‘अन्त’ भी समीप है।