
मृत्युभोज जैसी कुरीति से दुरी बनाकर समाज को दिया अच्छा सन्देश
मकराना/नागौर। दिनेश कड़वा, संवाददाता तेजल ज्ञान
वैश्वीकरण कोरोना महामारी ने आज कुछ ऐसे परिवारों को भी बड़ा झटका दे दिया जिसकी कोई कल्पना भी नही कर सकते है। पिछले दो वर्षों से सम्पूर्ण विश्व मे कोरोना महामारी का हाहाकार मचा हुआ है। इस वर्ष मार्च महीने से भारत मे कोरोना की दूसरी लहर ने जमकर तांडव मचा रखा है। जिसकी चपेट में बड़े बड़े नामचीन परिवार भी अछूते नही रहे। ऐसा ही परिवार मकराना तहसील के ग्राम पंचायत गेडाकला से है। देवनगर में स्थित बाबल परिवार जो मकराना से बेहद ही सरल स्वभाव व आमजन के प्रति अच्छी सोच रखने पूर्व विधायक बिरदाराम चौधरी के परिवार में कोरोना महामारी से तीन सदस्यों की अचानक जान चली गई। फिर भी इस परिवार ने कोरोना से जंग हारने के बाद हौसला नही तोड़ा। जानकारी के अनुसार पूर्व विधायक बिरधाराम चौधरी एवं उनके पुरे बाबल परिवार ने इंसानियत की नयी मिसाल पेश की हैं। हाल ही के दिनों में उनके परिवार से तीन सदस्यों (बिरदाराम चौधरी की बेटी कमलेश, जो पेशे से अध्यापिका थी, भतीजा इंद्र राम जो पेशे से जेईएन थे एवं भतीजी केशर) की कोरोना से मृत्यु हो गयी। इस संकट की घड़ी में जहाँ उनके परिवार नें मृत्युभोज जैसी कुरीति से दुरी बनाई, साथ ही कोरोना गाइडलाइन्स का पालन करते हुए बैठक का आयोजन भी नहीं रखा अपितु समाज को नयी दिशा देते हुए सामुदायक स्वास्थ्य केंद्र, गच्छीपुरा एवं सामुदायक स्वास्थ्य केंद्र, परबतसर में एक-एक 10 लीटर क्षमता की ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर मशीनें सौंपने का निर्णय लिया है।

पूर्व विधायक चौधरी नें दूरभाष से वार्ता पर बताया कि आज उनकी तरह कई परिवार इस कोरोना महामारी से जूझ रहे है एवं लोकल अस्पतालों में ऑक्सीजन की सुविधा भी नहीं है, जिससे गरीब परिवारों के कई लोगों को अपनी जिंदगी तक गंवानी तक पड़ रही हैं, इसीलिए मेरे पूरे परिवार ने तीनों पारिवारिक सदस्यों को सच्ची श्रदांजलि देने के लिए ये निर्णय लिया हैं।

बाबल परिवार नें इन दो मशीनों के लिए आर्डर कर दिया है, अगले 4-5 दिनों में ये मशीनें दोनों अस्पतालों को सौप दी जाएगी। जिससे स्थानीय लोगो को मुलभुत सुविधाओं के साथ ऑक्सीजन के लिए कही भटकना नहीं पड़ेगा एवं यही उचित उपचार मिल सकेगा। आज के दौर में देखा जाये तो बाबल परिवार जैसे बहुत कम ही परिवार देखने को मिलते है।जिन्होंने दुःखों का इतना बड़ा पहाड़ टूटने के बाद भी हिम्मत नही हारी ओर एक बार फिर बड़े जोश और जुनून के साथ कोरोना से लड़ने का बीड़ा उठाया है। बाबल परिवार ग्राम पंचायत गेडाकला का ऐसा परिवार है जो पुराने समय से देवनगर में बसा हुआ है। ये काफी संगठित व आज के दौर में अच्छे परिवारों में शुमार है। इस परिवार में आज की युवा पीढ़ी अपने पूर्वजों के पदचिन्हों पर काफी अच्छे तरीके से आगे बढ़ रही है। बाबल परिवार में पूर्व विधायक बिरदाराम चौधरी व स्व.इन्द्रराम बाबल रीढ़ की हड्डी मानी जाती थी। आज भतीजे के अचानक चले जाने से इस परिवार पर बहुत बड़ा आघात पहुँचा है। जेईएन इन्द्रराम बाबल मकराना-डीडवाना विधानसभा क्षेत्र में शिक्षा विभाग में बहुत बड़ी हस्तियों में माने जाते थे। आज उनके व परिवार में एक साथ तीन सदस्यों के गुजर जाने से दोनों विधानसभा क्षेत्र सहित सम्पूर्ण जिले के शिक्षकों व शिक्षा विभाग में काफी मायूसी छाई हुई है। हजारों नागरिकों ने बाबल परिवार के तीनों सदस्यों को इस दुःख की घड़ी में सच्ची श्रद्धांजलि दी।
