‘किसान आन्दोलन की सफ़लता हेतु ही ममता से मिले हैं किसानों के साहसी जरनैल टिकैत’
तेजल ज्ञान चण्डीगढ़ः
प्रमुख सिक्ख किसान नेता, ऑल इण्डिया जट्ट महासभा के राष्ट्रीय डैलीगेट तथा चण्डीगढ़ के राज्याध्यक्ष स. राजिन्दर सिंह बडहेड़ी ने कहा है कि ‘साहसी जनरल’ राकेश टिकैत ने किसानों की भलाई के लिए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की है। इस बैठक का विरोध करना गलत है। श्री टिकैत किसी व्यक्तिगत उद्देश्य के लिए नहीं बल्कि किसान संघर्ष की सफलता के लिए मिले हैं। स. बडहेड़ी ने कहा कि तीन विवादास्पद कृषि कानूनों को निरस्त किए जाने तक किसानों का आंदोलन जारी रहेगा।
स. बडहेड़ी ने राकेश टिकैत के उस बयान को भी दोहराया कि जिस तरह पश्चिम बंगाल की जनता ने विधानसभा चुनाव में बीजेपी को वोट नहीं दिया, उसी तरह उत्तर प्रदेश की जनता को अब बीजेपी को बाहर कर देना चाहिए।
स. बडहेड़ी ने कहा कि भाजपा अपनी ही गुमराह नीति के कारण अपने ही गड्ढों में डूब रही है। अब देश के लोग इस पार्टी की विभाजनकारी और सांप्रदायिक रणनीति को समझने लगे हैं। इसलिए अब उनके लिए सत्ता में वापसी करना बेहद मुश्किल है।
स. बडहेड़ी ने यह भी कहा कि वास्तव में, भाजपा के पास इस समय संसद में पर्याप्त सीटें हैं और उन्हें लगता है कि जब तक देश में 2024 में एक और आम चुनाव होगा, तब तक लोग सब कुछ भूल चुके होंगे। इसलिए वह अब बेफिक्र होकर बैठी है।
किसान नेता राजिंदर सिंह बडहेड़ी ने कहा कि हमें सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश मार्कंडेय काटजू के उस बयान को भी नहीं भूलना चाहिए कि “अगले साल 2022 में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले देश में बीजेपी और आरएसएस द्वारा सांप्रदायिक दंगा करवाया जा सकता है।” ताकि 2019 के आम चुनाव में पुलवामा हमले और बालाकोट सर्जिकल स्ट्राइक के समान लाभ प्राप्त किया जा सके।