।।।। जय तेज़ाजी महाराज ।।।
– गिरवी पड़ियो बाई रो तिमणीयो-
तेजल ज्ञान पाली (रिकबाराम बोला)। ✍आख़िर कद समझेला जवान टाबरिया,,,की अपणा वडेरा किता मुश्किल उ आपा ने पाल-पोश रे मोटा करया है,,,उन्हों रे जीवन मे कितरो संघर्ष करने आपा ने पढ़ाया लिखाया है,कितरा दिन री मेहनत और रातों री नींद आपा रे ऊपर कुर्बान कर दी है,,उन्हों रे जिंदगी र किता सपना आपा रे ऊपर नियोछावर कर दिया है।
✍ओर अपणा बालक है कि जिन मजबूत कंधो रे माते किताबा सु भरयोडो स्कूल रो बैग होनो साइजे विनी जगह गंगा जल उ भरियोड़ी कांवड़ ले रे मंदिर मंदिर भटक रिया है,,कर्म वाली विचारधारा ने भूल धर्म रे पाखण्ड में घुस ने अपणो कीमती समय बर्बाद कर रिया है,, माता पिता रे संस्कारो व स्कूल री शिक्षा ने भूल श्री श्री महाराज से चरणों मे भाग्य रो उदय देख रया है,,, मंदिर वाला भोपजी रे दियोडा गेहू रा आखा में संजीवनी बूटी खोज रिया है पाखण्ड सु घेरियोडा मजबूत कंधो आला मारा ए युवा ही किसानीयत,,मालकियत,कर्म कमाई व लोकतंत्र रा असली हत्यारा है इनमे कोई दो राय कोणी।
✍माँ रो टेवतियो ( तिमनियो ) साहूकार री अलमारी में गिरवी री शान बढ़ा रियो है,,तो भाभी रो कंदोरो मंडी-फंडी व भोपा भड़ी रे भेंट चढ़ ग्यो,,,आख़िर कद समझेला मारा युवा के आवन वालो समय बड़ो नाजुक है धर्म री जगह धर्म और कर्म री जगह कर्म काम आवेला,,, गाय री जगह गाय और आय री जगह आय काम आवेला,, कद माँ रो तिमनियो ओर भाभी रो कंदरो छुड़वावन रो ख्याल आवेला ओर कद इन मजबूत कंधो माते पाखण्ड री नही घर री जिमेदारिया उठावेला।
✍बाल विवाह सु मुक्ति मिली नी के मृत्यभोज रे पाँच पकवान में स्वाद आवन लाग्यो,, दहेज रो दुखड्यो पुरो बंद होवण लाग्यो कोणी उन सु पहला घर सु भागण री नई बीमारीं ले आया,,, मंडी-फंडी रो खात्मयो होवण लाग्यो के धर्म रे नाम री नई कविता पढ़ आया,,, समाज मे एकता और अखण्डता री बाता करण आला खाप रे खिलाफ थाने पहुचना लाग्या,,, थाना में खाकी कोट,, कालो कोट चमड़ी उधेड़न लाग्यो।
✍ समाज री सभ्यता,,संस्क्रति व इतिहास सु बेरुखी ओर दूर भागनो युवा रो नशा व अपराध री ओर जावन रो प्रमुख कारण बन ग्यो,,जो समाज सु जुडो नी रे सके,,जीने समाज मे उठन-बेठन रो डर कोणी लागे वे भला परिवार रा कद होया।
✍जमीन जायदाद,,, माट्ठ ओर बाड़ रे वास्ते सर फोड़ना छोड़ र समय रहतो बाई रो तिमनियो व भाभी रो कंदोरो छोड़ावन में अगर युवा लाग्या तो समाज व सामाजिकता दोनों रो मान रे जावेला।
लक्ष्मण चौधरी
जिलाध्यक्ष जाट महासभा पाली
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