

तेजल ज्ञान शोभाराम तोगड़ा भीलवाड़ा। जिन क्षेत्रों में अधिक गोसमुदाय होता है, वहाँ रोग कम पनपते हैं।जिस स्थान पर गाय, बैल, बछड़ा आदि मूत्र का विसर्जन करते हैं, उस स्थान पर दीमक नहीं लगती। गाय के गोबर की खाद सभी खादों से अधिक उपजाउ और भूमि के लिये रसवर्धक होती है।बरसात के दिनों में फसलरहित खेतों में गायों के अधिक घूमने-चरने से उन खेतों में रबी की फसल अधिक पैदा होती है और वह फसल रोगरहित होती है। गोमूत्र से जो औषधि बनती है, वह उदर रोगों की अचूक दवा होती है। खाली पेट थोड़ा-सा गोमूत्र पीने से बीमारियाँ नहीं होती हैं। गायों के लिए बड़ी बड़ी बातें करने वालो से बेहतर है गायों के लिए कुछ करने वाले यह विचार राजस्थान मेवाड़ जाट महासभा के संरक्षक नेवरिया तहसील गंगरार निवासी डालचंद डूकिया ने निराश्रित गोवंश के लिए खरीदे चारे के के ट्रक को सपुर्द करते वक्त व्यक्त किए ! प्रवचन और भाषण देना सहज बात है पर असलियत में धरातल पर काम करने वाले विरले ही मिलते हैं। यह साबित कर बताया है आजीवन समाज सेवा करने वाले राजस्थान मेवाड़ जाट महासभा चित्तौड़गढ़ के संरक्षक एवं पूर्व सरपंच डालचंद डूकिया ग्राम नेवरिया तहसील गंगरार जिला चित्तौड़गढ़ ने मेवाड़ क्षेत्र में सामाजिक चेतना की अलख जगाते हुए मेवाड़ क्षेत्र के प्रथम जाट सामूहिक विवाह 8 मार्च 2019 हरणी महादेव भीलवाड़ा में सर्वप्रथम 101000 का सहयोग देकर 21 जोड़ो के विवाह को सफल बनाया। आप समाज की बैठकोँ में उपस्थित रहकर शिक्षा एवं सामाजिक सरोकार के कामों में सदैव अग्रणी रहते हैं। इस वर्ष पशुओं का चारा महंगा होने से पशु भूख के मारे मर रहे हैं, तो श्रीमान डूकिया ने 55000 रू का एक ट्रक भूसा खरीद कर आवारा पशुओं की सेवा करना प्रारंभ किया। आओ आप और हम भी इनसे प्रेरणा लें और गौ सेवा में आगे आये।
