तेजल ज्ञान चंडीगढ़। हम चंडीगढ़ को पंजाब में शामिल करने के दावेदार हैं
चंडीगढ़, 10 जुलाई, 2022
चंडीगढ़ के गांव बडहेड़ी के मूल निवासी प्रमुख किसान नेता, चंडीगढ़ नंबरदार यूनियन के अध्यक्ष और अखिल भारतीय जट्ट महासभा के केंद्रीय प्रतिनिधि और चंडीगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष राजिंदर सिंह बडहेड़ी ने कहा है कि ‘आप’ के सभी मंत्री और विधायकों को भाजपा को चंडीगढ़ में नए विधानसभा और उच्च न्यायालय के भवन के लिए जमीन की मांग करने वाले मुख्यमंत्री के पंजाब विरोधी रुख पर अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। उनकी चुप्पी को समझौता माना जाएगा। पंजाब के अधिकारों के लिए खड़े होना उनका कर्तव्य है। पंजाब की राजधानी बनाने के लिए सरकार ने हमारे पचास गांवों की जमीन का अधिग्रहण किया और अट्ठाईस गांवों को भी उजाड़ दिए गए जो सभी पंजाबी भाषी जट्ट सिखों और हिंदू राजपूत, सैणी और अन्य समुदायों से सम्बंध रखते थे। इस शहर और पूरे केंद्र शासित प्रदेश के साथ हरियाणा या केंद्र सरकार के लेन-देन का कोई मसला ही नहीं है, यह पूरा क्षेत्र 1966 में पंजाब के अंबाला जिले की खरड़ उप-तहसील का हिस्सा था। बडहेड़ी ने कहा कि हमारा भविष्य तय करने का अधिकार क्षेत्र के स्थायी निवासियों को है। हरियाणा को हरियाणा राज्य के भीतर राजधानी बनानी चाहिए। चंडीगढ़ के मुद्दे को उलझाने के लिए पंजाब के मुख्यमंत्री दरबारा सिंह, प्रकाश सिंह बादल, सुरजीत सिंह बरनाला, हरियाणा के मुख्यमंत्री भजन लाल और कॉमरेड हरकिशन सिंह सुरजीत जिम्मेदार रहे हैं। अब शिरोमणि अकाली दल पर काबिज़ बादल दल जिम्मेदार है, जिस ने पिछले समें में 1997 से 2017 तक पंजाब के हितों को भुला कर केवल सत्ता और पैसे के लिए शासन किया।अब बादल परिवार अपनी राजनीतिक वैधता बचाने के लिए केवल पंजाब का रक्षक होने का नाटक कर रहा है। आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता “फेयर एंड लवली” के ब्रांड एंबेसडर राघव चड्ढा केजरीवाल से निर्देश लेते हैं और रबर स्टैंप मुख्यमंत्री भगवंत मान से हाथ पकड़कर हस्ताक्षर करवाते हैं। भगवंत मान मुख्यमंत्री अवश्य हैं, लेकिन सरकार दिल्ली के मुख्यमंत्री चला रहे हैं, जो पंजाब को उजाड़ कर देश के प्रधान मंत्री बनने के सपने ले रहे है। पंजाब का जो उजाड़ा बादलों ने किया, उसी तरह आम आदमी पार्टी कर रही है। चंडीगढ़ के निर्माण के लिए और पंजाबी राज्य के लिए हमारे बुजुर्ग जेल गए हैं। हम पंजाबी हैं। पंजाबी हमारी मातृभाषा है। हम चंडीगढ़ को पंजाब में शामिल करने के दावेदार हैं। यह हमारा अधिकार है अर्थात चंडीगढ़ का निर्माण पंजाब के लिए गया था। भगवंत मान जिन्हों ने हरियाणा की लड़की से शादी की है, अब हरियाणा के अधिकारों की बात करने लगे हैं। उनका नकली इनकालबी चेहरा लोगों ने देख लिया है। जैसे बादल चौटाला परिवार के साथ मिलकर पंजाबियों को बेवकूफ बनाते रहे हैं, आज वह राजनीति के हाशिये पर पहुंच गए हैं। पंजाब से भेदभाव पंजाबियों को पसंद नहीं है। हम चंडीगढ़ में बैठे 23 गांव पंजाब के साथ हैं और चंडीगढ़ को पंजाब में शामिल करने की वकालत करते हैं।
नई विधानसभा और हाईकोर्ट का मामला
Check Also
ਬਡਹੇੜੀ ਵੱਲੋਂ ਚੰਡੀਗੜ੍ਹ ਵਿੱਚ ਹਰਿਆਣਾ ਨੂੰ ਵਿਧਾਨ ਸਭਾ ਲਈ ਜ਼ਮੀਨ ਦੇਣ ਦਾ ਤਿੱਖਾ ਵਿਰੋਧ “ਕੇਂਦਰ ਸਰਕਾਰ ਪੰਜਾਬ ਵਿਰੁੱਧ ਸਾਜ਼ਿਸ਼ਾਂ ਬੰਦ ਕਰੇ”
🔊 Listen to this ਉੱਘੇ ਕਿਸਾਨ ਨੇਤਾ ਰਾਜਿੰਦਰ ਸਿੰਘ ਬਡਹੇੜੀ ਪ੍ਰਧਾਨ ਚੰਡੀਗੜ੍ਹ ਲੰਬੜਦਾਰ ਯੂਨੀਅਨ ਅਤੇ …